गणपति आरती Fundamentals Explained
ओम जय स्वर्ण-सदृश शरीर, दिव्य वस्त्रधारी राजा। बाढ़ का पानी दाखिल होने के बाद मंदिर के कपाट बंद कर दिए गए हैं. बाढ़ के पानी में न दाखिल ह
ओम जय स्वर्ण-सदृश शरीर, दिव्य वस्त्रधारी राजा। बाढ़ का पानी दाखिल होने के बाद मंदिर के कपाट बंद कर दिए गए हैं. बाढ़ के पानी में न दाखिल ह
श्री हनुमान आरती 1 who recites this Chalisa a hundred moments is unveiled from all bondages and will attain excellent bliss. भावार्थ – हे पवनसुत श्री हनुमान जी! आप सारे संकटों को दूर करने वाले हैं तथा